हत्यारे
हत्यारे
कर दुरुपयोग किसी अस्त्र का ,
हत्या हो जाय किसी शख्स से ,
धारा 302 लग जाता ,
हत्या केस में वह फँस जाता,
करावास आजीवन पाता ,
अथवा फाँसी पर चढ़ जाता ,
अगर केस को जीत गया भी ,
तो भी हत्यारा कहलाता ।
हत्यारों के नाम अनेक ,
डाकू उनमें से है एक ,
धन ले जाता ,लेता जान ,
भयभीत व करता अपमान ।
देश हित में भी कुछ लोग ,
हत्या का लेते सहयोग ,
ये हत्यारा में नहीं आते ,
क्रांतिकारी में गिने जाते ।
सेना , पुलिस व सरकार ,
कर सकते हत्या हजार ,
जन हित में ये गिना जाता ,
देश की रक्षा भी कहलाता ।
आत्म सुरक्षा में हत्या को ,
हत्या में नहीं गिना जाता ,
302 नहीं है लगता ,
कोर्ट से वह बरी हो जाता।
अत: हत्या का बहुत प्रकार ,
भिन्न भिन्न नाम दिया संसार ,
अस्त्र - शस्त्र हत्या का कारण ,
इसे देव भी करते धारण ।
चक्र , त्रिशूल , गदा , तलवार ,
दुनिया का प्रथम हथियार ,
डायनामाइट और बारूद ,
मध्य काल से कर रहा युद्ध ।
अणु और परमाणु बम ,
आज कल का है हथियार,
एक क्षण में हत्या हो जाय ,
इसके कारण कोटि हजार ।
हत्यारा माना जाय किसको ?
मन में उठता बहुत सवाल ,
बहुमत माने जिसको भाई ,
यही है उत्तर तत्काल ।।
