हर दिन त्योहार है।
हर दिन त्योहार है।
जो मिला है जिंदगी में सब कुछ उपहार है
आपका व्यक्तित्व नापता आपका व्यवहार है
स्वस्थ जिंदगी जीवन का उपकार है
जिसने सीखा जीना उसी ने जीवन का
किया सत्कार है
कृपा है उस परमात्मा की और
हमारा उसी से आधार है
हम पर उसी का आभार है
सुखी हो तुम अगर खुद ही से तुम्हें प्यार है
ये जिंदगी मेरी नहीं उसकी कलम की धार है
आजकल सत्य नहीं सब कुछ व्यापार है
भजते हैं उसका नाम ये उसी की
अनुकंपा का सार है
वैसे तो सप्ताह में कुल सात ही वार हैं
औरों के लिए ना सही मगर हमारे लिए
तो फिर हर दिन यहाँ त्योहार है।।।
