हो गई रे बावरिया
हो गई रे बावरिया
सांवरिया मेरे सांवरिया,
तेरी मुरली पे में तो हो गई रे बावरिया।.....
वृन्दावनमें गैया चरावे, मधुर मुरली बजावे।
ग्वाल बालको सुख पहुंचावे, गोपीयोंको भान भुलावे।
सांवरिया मेरे सांवरिया...................
कामकाज मे मन लगाउं, तब मुरली नाद सुनावे।
रात को मेरी नींदीयां उडावे, दिन का चैन चुरावे।
सांवरिया मेरे सांवरिया...................
मीठी मधुरी तान बजावे, पात पात लहेराये।
वृज जनो का दिल बहलावे, प्रेम सुधा बरसावे।
सांवरिया मेरे सांवरिया...............
मुरली सुनकर दौड आवुं में, छोडु बरसाना गांव।
"मुरली" सूर पर रास में नाचु, राधा हे मेरा नाम।
सांवरिया मेरे सांवरिया.,
तेरी मुरली पे मैं तो हो गई रे बावरिया।
