हमेशा हौसला बढ़ाया।
हमेशा हौसला बढ़ाया।
इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत,
उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर,
कई बार होता कामयाब,
और कई बार असफलता आती हाथ,
परंतु सबक सीखता,
फिर आगे बढ़ता।
मेरी प्रेरणा,
रहीं मेरी मां,
बहुत कम साधन थे उसके पास,
बहुत कठिनाईयां आईं थी सामने,
फिर भी नहीं हुई विचलित,
हर का किया मुकाबला,
बहुत अधिक बार हुई सफल,
अगर कहीं आई हाथ निराशा,
अगली बार दुगनी मेहनत कर डाली,
लेकिन कभी परिस्थितियों से हार न मानी।
हमेशा लड़ी समाज़ की कुरितीयों से,
हमेशा सोच रखती थी आधुनिक,
कभी नहीं करती थी अंधविश्वास,
मैं तो कहता,
वक्त से आगे थी बहुत बार।
वो छोड़ चुकी है इस दुनिया को,
लेकिन उसके संस्कार,
आज भी जिंदा मेरे साथ।
