हमारे शिक्षक
हमारे शिक्षक
एक आदर्श शिक्षक ही,सही मार्ग प्रशस्त कर जाए।
आओं!हम अपने शिक्षकों के प्रति,सम्मान दर्शाएं।।
ये संस्कारों की खूबसूरत दुनिया में,हमें ले जाये।
हम भी गुरु-शिष्य की परंपरा को,आज सार्थक बनाएँ।।
सुन्दर फूलों से माली जैसे अपनी बगिया को सजाता है।
देखो!हमें कांटों में भी इनका हुनर जीना सिखाता है।।
इनका व्यक्तित्व ही सरल भाव से,नैतिक गुणों को दे जाता है।
इनका ज्ञान ही तो, जीवन-पथ में रोशनी फैलाता है।।
अद्भुत शिल्पकार हैं ये, जो नए-नए स्वरूप दे जाते हैं।
हल्के-हल्के प्यार की थपकी से,नवजीवन निर्माण कर जाते हैं।।
प्रगति नही कर सकता समाज,इनके बिना सब अधूरी है।
इनके दिये आदर्शों से होती,हर मंजिल पूरी है।।
सफलता पाने के लिए, हम सब इनके आभारी हैं।
इनके दिए संस्कारों से जीवन को महकाए, हम सब की जिम्मेदारी है।।
श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं,डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को।
सदैव याद रखना,ए दिल!गुरुओं के चरण वंदन को।।