हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब
1 min
266
हां, हम होंगे कामयाब
जब मेहनत के होंगे हमारे पास असबाब
कोशिशों का आएगा सैलाब
शरीर के ज़र्रा ज़र्रा से
जब आएगी आवाज़- ए-इंकलाब,
तब हम होंगे कामयाब!
नहीं दर रहेगा किसी का
जब मज़हब-ए-इंसानियत होगा सबका
तरक्की करेगा हर तबका
जब हर इंसान सोचेगा भला सबका
तब दर न रहेगा किसी का!
होंगी शांति चारो ओर!
जब एक दूसरे का सोचने का चलेगा दौर!
दुख का अकाल दूर होगा, नाचेंगे खुशियों के मोर!
नहीं सुनने को मिलेगा जब स्वार्थ का शोर!
तब होंगी शांति चारो ओर।
