गुलाल
गुलाल
मेरे अंगना भी बरसे गुलाल
मेरे मन आयो रे
मेरे अंगना भी खेले दुलार
सखी मन आयो रे
मेरे अंगना भी ……………………
कान्हा भी खेले, राधा भी खेले
गोपाल संग-संग गोपी भी खेले,
मन हरषे बारम्बार
मेरे मन आयो रे
मेरे अंगना भी …………………..
सात रंगो की ऐसी मतवाली
घर आयें मेरे साला - साली
थोप दूंगी सारा गुलाल
मेरे मन आयो रे
मेरे अंगना भी ……………..
चुनरी भिगोये, भिगोये मेरी चोली
जी भर खेलूं सजन संग होली
पग नाचें तालम - ताल
मेरे मन आयो रे
मेरे अंगना भी …………………..
दीदी भी आये, जीज़ा भी आये
संग मे छोटा मोहन भी लायें
पूरी कर लूँगी, मन की आज
मेरे मन आयो रे
कैसी नगोड़ी हाय री होली
जाने न मन की काहे अकेली
मेरे तन भी लागे फुहार
मेरे मन आयो रे
मेरे अंगना भी बरसे गुलाल
मेरे मन आयो रे ।