और शिष्टता का भाव अपने अन्दर समावेश करने तक में बेटी बहू बन जाती हैं।। और शिष्टता का भाव अपने अन्दर समावेश करने तक में बेटी बहू बन जाती हैं।।
नौ महीने कोख में सपने संजो बड़ी हुई हूं मै, कैसे कह दूँ बिना वजह पैदा हुई हूं मैं।। नौ महीने कोख में सपने संजो बड़ी हुई हूं मै, कैसे कह दूँ बिना वजह पैदा हुई हूं...
लिखने जा रही हूँ वो बात जो दिल में मेरे आई है सुनकर एक खबर मेरी रूह डगमगाई है। लिखने जा रही हूँ वो बात जो दिल में मेरे आई है सुनकर एक खबर मेरी रूह डगमगाई है...