गिलहरी
गिलहरी
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Prompt-19
कूद कूद के आए गिलहरी
सबके मन को भाये गिलहरी
काली आंखें बड़ी-बड़ी हैं
पूंछ है इसकी झबरीली
कुतर कुतर के खाते रहती
लेकिन कुछ है शर्मीली
छोटी दिखती बड़ी चतुर पर
हाथ कभी ना आए
पलक झपकते चकमा देकर ये पेड़ पर चढ़ जाए
तीन लकीरे लिए पीठ पर
देखो कितनी गहरी
बिना योग के बनकर रहती
यह कितनी छरहरी
आलस करना बुरी बात है
सबको ये समझाएं
लक्ष्य पे नजरें रखो तीर सी
सबको यह बतलाए
जीवन में कुछ बनना हो तो आलस कभी ना भाए
जिन ने आलस किया कभी ना
उन ने नाम कमाए
