जिंदगी से कुछ पल चुराकर, जहाँ जाकर, बिठाती खुद को खुद के पास ले जाकर. जिंदगी से कुछ पल चुराकर, जहाँ जाकर, बिठाती खुद को खुद के पास ले जाकर.
हर स्वजन को प्यार, निष्ठा से संभालती कह रही संदेशी नवदुर्गा का अवतार है नारी। हर स्वजन को प्यार, निष्ठा से संभालती कह रही संदेशी नवदुर्गा का अवतार है नारी।
आ गया बसंत, मन में जागती कल्पनाएं अनंत। आ गया बसंत, मन में जागती कल्पनाएं अनंत।