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Naresh Bokan Gujjar

Others

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Naresh Bokan Gujjar

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एक दर्द

एक दर्द

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एक दर्द यूं गुजरा नस नस से

जैसे निकला हो तीर तरकश से,

हुआ बेहाल और दिल तड़प उठा,

सिर्फ आह थी कहाँ था कुछ और

" नरेश " तेरे बस में


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