एक बार तो आते
एक बार तो आते
एक बार तो आते कभी तो गले लगाते
हर दिल की बात बताती तुमसे
कभी कुछ ना छुपाती तुमसे
लड़ती और झगड़ती तुमसे
फिर तुम बहुत प्यार से मुझे मनाते
काश ऐसा होता कुछ पल बचपन का
आज कहीं से लौट आता अमीरी गरीबी से
जो आ गई है रिश्तो में दरार कुछ पल के लिए ही
सब कुछ भूल कर पहले की तरह हर गम बांट पाते
हाँ एक बार ही सही कभी तो तुम आते
छुप-छुपकर बातें करते थे हम कितने
कितनी सारी शिकायतें करते थे
फिर भी एक दूजे को समझते थे हम
एक दूजे को समझाते थे हम
कहां गई हो बातें पुरानी कहां गई वो यादें पुरानी
क्या तुम्हें कभी याद नहीं है आता
दिल को जो झकझोर कर है जाता
काश तुम एक बार तो आते,कभी तो गले लगाते
एक बार ही सही कभी तो तुम आते
