दुनिया तो हँसेगी
दुनिया तो हँसेगी
दुनिया तो हँसेगी, फिर ताने कसेगी,
बातों ही बातों में, सांप जैसी डसेगी,
कभी नहीं करना, उल्टे-सीधे काम,
वरना जगत में ,साख तक न बचेगी।
सही वक्त पर, जो जन काम करेगा,
बुरे अधर्मों से जो हरदम ही डरेगा,
पाप, अनीति जन पर ताने कसेगी,
शुभ कर्म करो वरना दुनियां हँसेगी।
दुनिया हँसेगी ही, करे गलत काम,
पग पग पर रोनी सूरत, हो बदनाम,
वक्त पर काम करो, कभी नहीं डरो,
सुबह शाम बस उठकर,ले प्रभु नाम।
ख्याली पुलाव पका, डींग जो मारता,
पथभ्रष्ट जो होकर भी, पाप निहारता,
दुनियां हँसेगी ही, जो हिम्मत हारता,
काम कम करे,हाय धन ही पुकारता।
देश विरोधी काम, जो जन कर रहा,
अपने सगे संबंधियों से जो डर रहा,
दुनियां तो हँसेगी,नीचता से हो काम,
जग से वो जाएगा कोई ले नहीं नाम।
अहित करे दिन रात जो, कसता ताने,
अपने को बड़ा, जो जगत में ही माने,
जो कभी अपनों को भी नहीं पहचाने,
दुनिया हँसेगी,लोग बन जाएंगे बेगाने।
अपनों से जो दगा करे,जग से न डरे,
हर बात पर जो कभी न उतरते हैं खरे,
ऐसे लोग जब जग से जब जाते हैं तो,
दुनिया हँसेगी ही, धन दौलत रहे धरे।
दुर्जन रूप लिये हुये, नहीं करे काम,
पाप कर्म उसके लगे, जैसे होते धाम,
दुनियां तो हँसेगी,नहीं चाहें उसे लोग,
ऐसे लोग मर जाते हैं, मुख में न राम।
चाबुक से जो डंक मारे, कभी न हारे,
नाक चढ़ाते देखकर, आये जब द्वारे,
दुनियां तो हँसेगी,ऐसे जन पर ही खूब,
मर जाते हैं जब वो, कहलाते हैं बेचारे।।
