द्रब्यता का आधुनिक दृष्टिकोण
द्रब्यता का आधुनिक दृष्टिकोण
द्रब्यता का आधुनिक दृष्टिकोण
स्थापित परिभाषाओं का
द्रब्यता के रंग में
रंगने का अबाध प्रयास,
अवगुणों का गुणों मे निरूपण
और उसे स्थापित करने के लिये
खौफनाक युद्धों को
हथियार की तरह प्रयोग करना,
मानव सभ्यता पर
असभ्यता का आकर्षण है
जिसमें आदमी के अन्दर
आदमियत के अतिरिक्त
जो शेष बच जाता है
वही बचा हुआ है
ऐसे में जब हम कहते हैं कि
आदमियत
जीवन में चलते हुये युद्ध का
सबसे सशक्त हथियार है तो
तो हम अपने को आदमी
महसूस करते हैं
और अपनी आदमीयत के
वशीभूत हो जाते हैं
सम्मोहित हो जाते हैं
अपने आप पर।
प्रेम करने लगते हैं खुद से
और डरने भी लगते हैं खुद से।
यकीनन हम बदल रहे हैं खुद को
और लड़ रहे हैं
अब तक का सबसे बड़ा युद्ध ।