दोस्त /मित्र
दोस्त /मित्र
1 min
299
ऐ दोस्त तेरे होने से
दुनिया का हर मंजर सुनहरा है,
सितम देखे जमाने के हमने
जिंदगी,कामयाबी पूरा शहर मेरा है,
डरता था अक्सर दौरे जमाने से,
तेरे आने से हर मौसम सुनहरा है,
बेपरवाही में भी तेरा साथ रहे,
तेरे ख्याल से ही जीवन सुनहरा है,
जब गिरा तूने आ कर सँभाला मुझे,
तेरे ज़िक्र से ही मेरा हर ख्वाब पूरा है,
तेरी मेहरबानियों का क्या शुक्रिया करूँ
तेरे बिना जीवन का हर पल अधूरा है,
जब दोस्तों का ज़िक्र हो शाम,
तेरे तखल्लुस से मेरा नाम पूरा है।