दिन का निकलना, स्वागत योग्य।
दिन का निकलना, स्वागत योग्य।
1 min
2.7K
अंधेरी रात के बाद,
जब सुरज की छटा निकलती,
पूर्व से दिखती,
तो ये पौ फटने का समां होता,
ऐसा कुदरती करिश्मा हर रोज होता,
ये देखते ही बनता।
अधिकतर लोग उठ चुके होते,
अपनी-अपनी दिनचर्या शुरू कर चुके होते,
कुछ सैर कर रहे होते,
कुछ व्यायाम कर रहे होते,
और कुछ बाकी गतिविधियों में व्यस्त हो चुके होते।
इस समय का स्वागत होना चाहिए,
खुले हाथों से अविभादन होना चाहिए,
जब दिन का जन्म हो रहा है,
दुनिया रोशन हो रही है,
इस समय को हाथों हाथ ले लेना चाहिए।
