दीपावली
दीपावली
आओ फिर से घी के दीप जलाएं।
आओ सब मिलकर खुशियां मनाएं।
दीपावली पर दीप जलाकर
संसार से तिमिर को दूर भगाएं।
दीप जलाए हर घर आंगन में।
कहीं अंधेरा रहना ना पाए,
करोना कॉल ने लूटी है खुशियां जिन जिन की।
आओ हम उनका हाल भी पूछ कर आए।
दीप जलाएंगे सब मिलजुल कर
गरीब अमीर का भेद मिटाएं।
खुशियां मनाएंगे हम सब मिलजुल कर
ऐसी ही एक नई रीत चलाएं।
इस दीपावली मन में भी एक दीप जलाएं
और कलुषित मन को भी उज्जवल कर जाएं।
राग द्वेष और वैर भाव को भूल कर
आओ हम सब को गले लगाए।
प्रकाशवान हो जाए जग सारा,
दीपावली हम खूब मनाएं।
सबके मन में खुशी से लड्डू फूटे।
सब को मना ले जो है हमसे रूठे।
आओ आज हम सब मिलकर संकल्प ये ले लें।
कि दीपावली की खुशियां ही सबके मन में रच बस जाए।
