धर्म / विज्ञान
धर्म / विज्ञान
1 min
324
कभी धरम व्यक्ति को राह दिखाता रहा
धर्म पर चलकर मनुष्य, मनुष्य कहलाता रहा
विज्ञान ने जब दी मनुष्य के जीवन में दस्तक
उसके मन में जागी कुछ नया पाने की हसरत
इस नयी दौड में रफ्तार जरा तेज हुई
मनुष्य को धर्म की अनुपस्थिति कम महसूस हुई
अब तो आलम यह है धर्म की से अधिक
विज्ञान महान बना है
लेकिन मनुष्य यह ज्ञान तू ले ईसी विज्ञान से
क्योंकि विज्ञान में धर्म छुपा है कहीं न कहीं
तो तू विमुख न हो अपने धर्म से कभी
