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Dr Shikha Tejswi ‘dhwani’

Others

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Dr Shikha Tejswi ‘dhwani’

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Dear Sir

Dear Sir

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Dear Sir,

हमें आपसे लगता है बहुत डर।

जब तक कोई ग़लती न हो,

मस्ती में हम सब रहते हैं।

ग़लती होते ही फाइलों में,

मुँह हम छुपाते हैं।


आपका बुलावा आते ही,

कॉंप जाते हैं हम थर-थर।

Dear Sir,

हमें आपसे लगता है बहुत डर।


Response की

deadline meet करने में,

Reporting हो जाती delay,

डरते-डरते file हम रखते,

कहीं डॉंट न हमें मिलें।

दिन रात चिंता सताते रहती,

कोई केस न जाये हमसे मर।


Dear Sir,

हमें आपसे लगता है बहुत डर।

आपसे बहुत सीखा हमने,

बहुत सीखना बाक़ी है।

ख़ूब प्रतिष्ठित हो दुनिया में,

दुआ हमने मॉंगी है।


आपसे सीखते रहने को,

सदा रहते हैं तत्पर।

Dear Sir,

हमें आपसे लगता है बहुत डर।


हमारी कविता से नाराज़ होकर,

कहीं भेज न देना वापस घर।

Dear Sir,

हमें आपसे लगता है बहुत डर।


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