और नई ढंगसे प्रस्तुति करके आगंतुकोंके हृदयोल्लास करके अपने कीर्ति और मान बढ़ावो और नई ढंगसे प्रस्तुति करके आगंतुकोंके हृदयोल्लास करके अपने कीर्ति और मान बढ़ावो
कविता का निर्माण... कविता का निर्माण...
मैं तो अपनी, खुशी से यहां ठैरा हूं। कौन कहता है कि ? मै कहीं खोया हूं। मैं तो अपनी, खुशी से यहां ठैरा हूं। कौन कहता है कि ? मै कहीं खोया हूं।