बनाओ सुखमय संसार
बनाओ सुखमय संसार
पाओ अपनी मंजिल, बढ़ाकर हिम्मत का कदम
चलना सच के पथ पर, बनेगा भाग्य पदमापदम
ईश्वर भी राजी हो जाएगा, दिल को रखना साफ
भूल बता देना ईश्वर को, आधा हो जाएगा माफ
भलाई करते जाना, फल की इच्छा को छोड़कर
परमात्म स्मृति में रहना, हर बन्धन को तोड़कर
फल देना है ईश्वर का काम, हाथों में कर्म तुम्हारे
सफलता केवल पाए वही, जो अहंकार को मारे
त्याग तपस्या सेवा से बनेगा, सुखमय ये संसार
नफरत खत्म करो, जगाकर अपने मन में प्यार
नहीं मिलेगा अवसर ऐसा, कर लो अपना सुधार
स्वपरिवर्तन से सुखमय बनाओ, ये सारा संसार।