Amit Bhatore
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बीती रात कमल दल फूले
स्वप्न टूटने पर सब भूले,
ताल सूखने को बीते साल
जबसे गाँव में पड़ा अकाल,
बारिश हो जाने के बाद
जल से ताल हो आबाद,
सुंदर से कमल दल खिल जाए
अधूरे स्वप्न पूरे हो पाए...
फ़िल्म
किताब
वक्त
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