भरोसा रख खुद पर
भरोसा रख खुद पर
निराशा में भी होती है आस की उम्मीद,
जब भरोसा है तुझे खुद पर,
हार की नाकामियों के बीच चलते हुए
संघर्ष का रास्ता तू खुद बना ले,
भरोसा गर है तुझे उस रब पर
तो मन से हार का भय तू निकाल ले,
ले आगे बढ़ने का संकल्प
तेरे विश्वास से अंधेरा भी खुद ब खुद छट जायेगा,
रख खुद के सपनों को पूरा करने की दृढ़ता
और दिल में हौसलों के पर
तो एक नया आसमान भी तुझे मिल जाएगा,
हार का गम कब तक साथ ले के चलेगा, विश्वास रख खुद पर
उम्मीद का एक नया सवेरा तुझे मिल जाएगा,
जब सोच में हो तेरे जीत की खुशबू,
तो कौन तुझे मंजिल पाने से रोक पायेगा।
