STORYMIRROR

हरीश सेठी 'झिलमिल'

Others

5.0  

हरीश सेठी 'झिलमिल'

Others

भ्रम

भ्रम

1 min
890




कस्तूरी ढूँढ़े

जंगल बियाबान

मृग का भ्रम

नहीं टटोले नाभि

व्यर्थ हो जाये श्रम।


मानव बोला

लालच बुरी बला

है मेरे भ्राता

बिम्ब के भ्रम में ही

कुत्ता रोटी गँवाता।


Rate this content
Log in