भौजी के दीवाने
भौजी के दीवाने


मन मौनजी भौजी और,
भैया की ये है कहानी।
सुना रहे है सबको,
भौजी के देवर दीवाने।।
भौजी की अदाएं बहुत है निराली।
जिस पर भैया है बहुत दीवाने।
बात ये भौजी ने भली भांति जानी।
बात ये भौजी ने भली भांति जानी।
तभी तो भैया की कर रखी जेब है खाली।
भौजी की अदाएं है निराली।।
अब तो भौजी के जलवे ही जलवे।
भैया के संग गाँव वाले भी है दीवाने।
तभी तो भौजी अब ज्यादा इतराती ।
तभी तो भौजी अब ज्यादा इतराती।
सारे गाँव में वो अपनी चालाती।
बड़े बूढे भी अब ये देखकर के है परेशान ।
भौजी की अदाएं है निराली।।
भौजी से कोई कुछ कह नहीं सकता।
सास भी बहु के आगे पीछे फिरती ।
तभी तो भौजी सबके सिर पर चढ़ी है।
तभी तो भौजी सबके सिर पर चढ़ी है।
नंद के दिमाग में ये बात बहुत खटक रहे है।
भौजी की अदाएं निराली है।।