भारत देश के नारे
भारत देश के नारे
देश को आज़ाद करने के लिए
कितने जंग हमारे वीरों ने लड़े
'आराम हराम है', 'करो या मरो'
'कर मत दो', 'भारत छोड़ो'।
देश के लिए कुछ भी
कर गुजरने को तैयार
गर देनी पड़े जान
तो वो भी देने के लिए क़ुर्बान।
'तुम मुझे खून दो और
मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा'
'स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है
और मैं इसे लेकर रहूंगा'।
हर एक के दिल में
देशभक्ति की लहर उठती थी
जब एक साथ मिलके
दोहराते थे स्वतंत्रता के नारे।
'सर्फ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है'
'सारे जहाँ से अच्छा
हिंदुस्तान हमारा'।
सब महात्मा की
महानता दर्शाते हैं ये नारे
आज भी पूरा देश आंदोलन में
है जुड़ जाता इन नारों से।
'जय हिंद'
'जय जवान जय किसान'
'वंदे मातरम'
'इंकलाब जिंदाबाद'।
चंद्र शेखर आज़ाद का यही नारा
आज भी आज़ादी महसूस है कराता
'दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगें
आज़ाद ही रहे है, आज़ाद ही रहेंगें।'
