pawan punyanand
Others
कभी लड़ना कभी मनाना,
एक रो दे तो दूसरे का रो जाना,
दिखावा नहीं,
केवल
शुद्ध प्रेम,
संबंध
भाई-बहन का,
शब्दों में,
बाँध नहीं सकता कोई,
उकेर नहीं सकता
कोई चित्र,
जीवन की गति दो,
पर लय एक,
बहन-भाई
एक रक्त,
दो देह।
मेरी कविता-1
माँ नहीं जाना...
जादू
दोस्त
धारणा
पिता 2
पिता
मैं लिखूंगा -...