"बड़ा महान अचरज"
"बड़ा महान अचरज"
आज मैंने एक बड़ा महान अचरज देखा।
आज एक बड़े भाई के लड़के कि शादी देखी।
बैंड बाजा पर कई महिलाओं को नाचते देखा।
बारातियों में दूसरे सभी रिश्तेदारों को देखा।
एक सगे छोटे भाई लड़के के चाचा चाची
को शादी में शिरकत करते नहीं देखा।
ऐसी नाराजगी जिन्दगी में प्रथम बार देखी।
पता नहीं पुराना जमाना बदल रहा है।
या नया जमाना अपना रंग दिखा रहा हैं।
मेरे लिए तो यह एक अजूबे से कम नहीं।
आपका मुझे पता नहीं।
यह संयुक्त परिवार प्रथा काअंत लगता हैं।
यह बड़ा महान अचरज नहीं हैं।
तो फिरऔर क्या हो सकता हैं।
यह एक महान विचारणीय प्रश्न हैं।
