निर्माण हूँ ध्वंस भी म्यान से निकली प्यासी तलवार हूँ मैं! निर्माण हूँ ध्वंस भी म्यान से निकली प्यासी तलवार हूँ मैं!
अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।। अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।।
होती है जब कोई अनहोनी, प्रतीत अपनत्व सहारा होता है। होती है जब कोई अनहोनी, प्रतीत अपनत्व सहारा होता है।