बाल कविता (पेड़ लगाएं)..!
बाल कविता (पेड़ लगाएं)..!
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चुन्नू आओ मुन्नू आओ,
मिलजुल कर हम पेड़ लगाएं,
गोल मटोल अपनी इस धरा को,
मिल कर हम सब स्वर्ग बनाएं।
पेड़ हमें फल देते हैं
हवा स्वच्छ भी करते हैं,
वर्षा लाकर इस धरा को
खुशियों से भर देते हैं।
बाढ़ से ये हमें बचाते,
छाया जीवन भर देते है
औषधी इमारती लकड़ी देकर
जीवन हमारा बदल देते हैं।
एक एक पेड़ हम लगाएं,
हरियाली फिर छाएगी
धरती को हरा भरा देख
खुशियाली भी आएगी।