अनेकता में एकता
अनेकता में एकता
भारत को हम एक विविधताओं
भरा देश कहते हैं
शायद इसी लिए ये इतना सुंदर है
कि इसमें कई धर्मों के लोग रहते हैं
कभी कभी थोड़ा मनमुटाव हो सकता है
क्योंकि हमारी मान्यताएं अनेक हैं
पर जब देश पे कोई मुश्किल आती है
तो हम सब एक हैं
हम सब को मिल जुल कर
इस देश को समृद्ध बनाना चाहिए
धर्म कोई भी हो देश
सबसे पहले आना चाहिए
किसी भी धर्म का ग्रन्थ हो,
सभी शांति का पाठ पढ़ाते हैं
दूसरों की मदद करो,
सब धर्म यही सिखाते हैं
कोई किसी भी संस्कृति या
किसी भी
वेश का है
देश हम सब का है,
हर धर्म इस देश का है
धर्म में कोई बुराई नहीं,
धर्म तो हमें प्यार सिखाता है
ईश्वर की सिमरन हमें कोई भी
बुरा काम करने से डराता है
गरीबों की सहायता करना भी
एक तरह की भक्ति है
धर्म हमारी कमजोरी नहीं,
हमारी शक्ति है
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
सब को एक दुसरे की जरूरत है
सभी शिकवे भुला के हम एक हो जाएँ,
क्योंकि जिंदगी बहुत खूबसूरत है
अपने अपने ईश्वर को भजो,
उसकी खुमारी में खो जाओ
भगवान का नाम लो और
उसी के हो जाओ