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अँधेरे में
अँधेरे में
अँधेरे में
अँधेरे में
फूल के जैसे सुन्दर
दिन में नहीं,
सूरज जैसे प्रकाशित
बिजली बत्ती के
नीचे भी नहीं,
मीठे और
रंगीन सपने ,
घने अँधेरे के
जमीन पर ही
फलते- फूलते हैं।
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