अमर शहीद
अमर शहीद
पुलवामा के शहीदों को कोटि-कोटि नमन,
धिक्कार है गद्दारों को जलाया चमन।
किसी ने पति, पिता, भाई खोया,
बच्चा भी दुश्मन की कायरता पर रोया।
सुख चैन छोड़ कमाया अपना नाम,
देश हित में कर गए ऐसा काम।
गिरवी नहीं रखा मां भारती का स्वाभिमान,
शहीद कहलाए पाया मरणोपरांत सम्मान।
कतरा-कतरा खून से लिख गए कहानी,
देश के लिए कुर्बान कर गए जवानी।
वीर बहादुर मां भारती का रखवाला,
सीने में चिंगारी चमके आंखों में ज्वाला।
धन्य है वह मां जो ऐसे सपूत को पाला,
देश की रक्षा खातिर जन्मा वह मतवाला।
पाक के नापाक इरादे कभी नहीं भूल,
आतंकवाद की जड़ें उखाड़ फेंके समूल।
तिरंगे में लिपट के आने वाले अमर रहेंगे,
अमर शहीद ज्योति पर श्रद्धा से शीश झुकेंगे।
मां भारती के लाल बड़े खुशनसीब होते हैं,
कभी भी मरते नहीं सरहदों पर शहीद होते हैं।