बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने जीवन के धागे को बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने...
लेन देन आसान हो गया घर बैठे ही सब मंगवाना, कहीं नही अब आना जाना ओनलाईन हो गया ज़माना । लेन देन आसान हो गया घर बैठे ही सब मंगवाना, कहीं नही अब आना जाना ओनलाईन हो गय...
बेवजह की चिंता छोड़कर, बुढ़ापे का मज़ा लीजिये। बेवजह की चिंता छोड़कर, बुढ़ापे का मज़ा लीजिये।
कृति विकृत क्यूँ ? कृति विकृत क्यूँ ?
सोचता रहता हूँ बस अब उम्र है पचपन की, मुस्कराता हूँ जब याद करूँ पल बचपन का...। सोचता रहता हूँ बस अब उम्र है पचपन की, मुस्कराता हूँ जब याद करूँ पल बचपन का...।
केवल एक ही आस है दिल में, फिर से हो जाएँ हम बच्चे...! केवल एक ही आस है दिल में, फिर से हो जाएँ हम बच्चे...!