STORYMIRROR

Sunita Katyal

Others

3  

Sunita Katyal

Others

अधूरे ख़्वाब मेरे

अधूरे ख़्वाब मेरे

1 min
363


शायद अब हों कागज़ पर पूरे


जिंदगी में कब किसी के ख़्वाब

सब पूरे होते है

कभी उम्र बढ़ जाती है

कभी तक़दीर साथ नहीं देती

अधूरे ख़्वाबों को फिर भी मैंने

पलको में सहेज रखा है


कोशिश करूंगी,

उनको पूरा करने की

जिंदगी में, नहीं तो

कागज़ों पर ही सही


ले हाथ में इक कोरी किताब

साथ में एक पेंसिल नई

शुरू करूंगी कवायद

अधूरे ख़्वाबों को मुकम्मल करने की

   


Rate this content
Log in