आओ बचाएं पानी को (बालगीत)
आओ बचाएं पानी को (बालगीत)
आओ बचाएं पानी को
बचपन औ' जवानी को!!
बूँद-बूँद को तरसे मानव हाल हुआ बेहाल है
बोतल में पानी अब भरता धन से मालामाल है
आओ बचाएं पानी को
जीवन औ' जिंदगानी को!!
सूख गये सब झरने नदियां पानी ना मिल पाता है
एक्वा गार्ड से पानी भी तो व्यर्थ में बहता जाता है
आओ बचाएं पानी को
घर-घर की कहानी को!!
पौधों को भी पानी देना व्यर्थ ना पानी फेंकना
पानी भरकर कपड़े धोना बर्तन ध्यान से मांजना
आओ बचाएं पानी को
धूप-छांव सुहानी को!
खुला अगर नल रह जाए तो जल्दी से बंद कर देना
प्यासे को पानी पिलाना गम सब उसके हर लेना
आओ बचाएं पानी को
नित नयी रवानी को!!
बारिश आए बाल्टी रखो घर औ' स्कूल के प्रांगण में
खुली जगह में गड्ढा खोदो कीचड़ होगा ना आंगन में
आओ बचाएं पानी को
बुजुर्गों की निशानी को!!
