आई होली आई है
आई होली आई है
भीगी बरसाने की छोरी,
आई होली आई है।
लिए गुलाल आज खेले,
देखो टोली आई है।
घेरे राधा ले पिचकारी
लगा रंग श्री मुरारी,
अबीर लाल गुलाल लगाए
आँखें काली कजरारी
भीग रही रंगीली राधा,
हौले से मुस्काई है।
लिए गुलाल आज खेले,
देखो टोली आई है।
भीगी बरसाने की छोरी,
आई होली आई है।
कोयल कूकी पुरवा झूमी,
फाग रंग की धूम मची।
ग्वाल बाल सब नाच नचाए,
भंग ठंडाई की धूम मची।
सुर्ख पलाश झूमते डाली,
फागुनी चली आई है।
लिए गुलाल आज खेले,
देखो टोली आई है।
भीगी बरसाने की छोरी,
आई होली आई है।
छेड़े मुरली तान मनोहर,
भीगे तन भीगे हर मन,
बजे मृदंग ढोल रंग संग
रास रचाए वृंदावन।
झूमे राधा संग मुरारी,
फागुनी धूम मचाई है।
लिए गुलाल आज खेले,
देखो टोली आई है।
भीगी बरसाने की छोरी,
आई होली आई है।