एक मुलाकात। एक मुलाकात।
तुम मेरे मीत हो, तुम ही प्रीत हो, तुम ही छंद भी, तुम ही गीत हो। तुम मेरे मीत हो, तुम ही प्रीत हो, तुम ही छंद भी, तुम ही गीत हो।
गर एक क्षण भी मिला नहीं हूँ, फिर सौ बार मिलूँगा मैं... गर एक क्षण भी मिला नहीं हूँ, फिर सौ बार मिलूँगा मैं...
पहली मुलाक़ात...! पहली मुलाक़ात...!
प्यार के कुछ लम्हे... प्यार के कुछ लम्हे...
बहुत लोग मिलते हैं ज़िन्दगी में, पर कुछ ही करीब आते हैं... बहुत लोग मिलते हैं ज़िन्दगी में, पर कुछ ही करीब आते हैं...