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Sirmour Alysha

Abstract

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Sirmour Alysha

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सांसें तुझमें हलचल कर रहीं हैं

सांसें तुझमें हलचल कर रहीं हैं

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यूं आहिस्ता ख़त्म आस हो गई है

पर सांसें तुझमें चल रही हैं।


सुलगती सुलगती काया राख हो गई है

पर सांसें तुझमें हलचल कर रहीं हैं।


मध्दम महताब में फ़साने खो गई है

पर सांसें तुझमें चल रही हैं।


हंसी उदासी रूह को असर कर गई है

पर ज़र्रा ज़र्रा सांसें तुझमें चल रही हैं।


शब कि दास्तां अब सवंर गई है

पर सांसें तुझमें बिखर रही हैं।।


 


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