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तू दुर्गा है, काली है तू, बचा ले खुद अपनी लाज तू। तू दुर्गा है, काली है तू, बचा ले खुद अपनी लाज तू।
बिछड़ा था इक साथी इसी मोड़ पर कभी मुझसे उसे भी पुकार लेते हैं, चराग जरा आहिस्ता जलो। बिछड़ा था इक साथी इसी मोड़ पर कभी मुझसे उसे भी पुकार लेते हैं, चराग जरा आहिस्ता...
बहुत देखी अदावतें राह-ए-ज़िन्दगी में मगर खामोशियों से यूं कभी किसी ने सताया ना था बहुत देखी अदावतें राह-ए-ज़िन्दगी में मगर खामोशियों से यूं कभी किसी ने सताया ना...
कलम भी इस कदर नाराज है मुझसे, जमीं को आसमां लिख रहा हूँ मैं... कलम भी इस कदर नाराज है मुझसे, जमीं को आसमां लिख रहा हूँ मैं...
नम आँखों को तेरा बिछड़ना याद आ गया। नम आँखों को तेरा बिछड़ना याद आ गया।
मैंने तो फक़त तुमसे दो बातें की है। मैंने तो फक़त तुमसे दो बातें की है।
दर्द खरीदते हैं यहाँ लोग कतारों में लगकर। दर्द खरीदते हैं यहाँ लोग कतारों में लगकर।
बह गये जो तेरी यादों में यूँ हीं, आँसू का हर वो कतरा तुझे रुलायेगा। बह गये जो तेरी यादों में यूँ हीं, आँसू का हर वो कतरा तुझे रुलायेगा।
इन लबों को तेरा नाम मग़र याद आज भी है। इन लबों को तेरा नाम मग़र याद आज भी है।
सुबह की ठंडी ओस में तुम खुद को भीग जाने दो। सुबह की ठंडी ओस में तुम खुद को भीग जाने दो।