मैं पेशे एक शिक्षक हूं। कविताएं पढ़ने और लिखने का शौक स्कूली जीवन से है।
खूबसूरत बचपन ! धरती का स्वर्ग ! सुंदर दुनिया ! खूबसूरत बचपन ! धरती का स्वर्ग ! सुंदर दुनिया !
मेरी नज़र व नजरिये को झांककर देखो, मेरी नज़र व नजरिये को झांककर देखो,
वह गुमनाम, बेनाम अस्तित्व किसी गुमनाम शहर, गांव, बस्ती में ! वह गुमनाम, बेनाम अस्तित्व किसी गुमनाम शहर, गांव, बस्ती में !
जानते हैं वे जल, जंगल, जमीन खोने का दर्द। जानते हैं वे जल, जंगल, जमीन खोने का दर्द।
तुम्हारे प्रति उनकी उदासीनता युगों-युगों की परंपरा रही है, तुम्हारे प्रति उनकी उदासीनता युगों-युगों की परंपरा रही है,
भूखे-प्यासे राह चल रहा हूं ना रोटी ना पानी जिन्दगी का सफर है या मौत की कहानी भूखे-प्यासे राह चल रहा हूं ना रोटी ना पानी जिन्दगी का सफर है या मौत की कहानी
अब मैं खामोश नहीं रहूँगा समंदर की तरह । अब मैं खामोश नहीं रहूँगा समंदर की तरह ।
धर्म का मर्म समझाते हुए मानव धर्म को भूलना अपराध है धर्म का मर्म समझाते हुए मानव धर्म को भूलना अपराध है