I'm jitendra and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsवह दिन रोहित किन्नर मानव जैसी साड़ी पहनकर और मेकअप कर घर में नाचने का अभ्यास रहा था।
Submitted on 11 Sep, 2020 at 03:02 AM
किराना सामग्री के आपूर्ति कर्ता व्यापारी को पांच हजार रुपये चुकाने वह घर से अपनी साईकिल पर निकल पड़ी।
Submitted on 10 Sep, 2020 at 11:09 AM
इस बार की गुरू पूर्णिमा दोनों गुरू-शिष्य के लिए स्मरणीय बन गयी।
Submitted on 10 Sep, 2020 at 11:06 AM
जब बाहर इतनी तेज धूप है तो कपड़े बाहर छत पर ही सुखा देते
Submitted on 10 Sep, 2020 at 11:01 AM
"पापा! जितनी ग्रेट ममा है उससे कहीं अधिक ग्रेट आप है। मैं सचमुच में लकी हुं!
Submitted on 10 Sep, 2020 at 10:57 AM
उनके सम्मुख बड़ी-सी स्टील की थाली में रोटियां रखी थी जो पिछले दिन की लग रही थी !
Submitted on 04 Sep, 2020 at 06:39 AM
अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारी प्रतिक्षा करने के लिए तैयार हूं
Submitted on 16 Oct, 2019 at 10:23 AM
पण्डित कमल शहर के रेड लाइट एरिया में नवनिर्मित मंदिर के पुजारी नियुक्त किया गया, वो वहीदा से प्रेम करने लगे और वेश्यावृत...
Submitted on 21 Jun, 2019 at 11:44 AM
मैं जानती थी कि तुम अपने करियर के प्रति बहुत चिंतित थे। नौकरी की तलाश में हर पल अपने हृदय में एक जुनून को पाले बैठे थे। ...
Submitted on 04 Jun, 2019 at 06:47 AM
"क्यों? क्या आप सामान्य व्यक्तियों की तरह व्यवहारिक होना नहीं चाहते। आई मीन•••" स्मिता बोलते-बोलते रूक गयी। "मैं समझ...
Submitted on 06 May, 2019 at 09:06 AM
नये कपड़े खरीदना मेरे लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण कार्य जैसा ही रहा है। फटे कपड़े सिलकर, रफू करवाकर पहनने की जैसे अब आदत-सी हो...
Submitted on 06 May, 2019 at 09:04 AM
अपने माता-पिता का जन्मोत्सव किशन के यहाँ आयोजित हुये जन्मोत्सव के समान ही मनाने का संकल्प भी ले लिया था।
Submitted on 09 Apr, 2019 at 10:22 AM