नूर एन साहिर ; स्क्रीन-राइटर्स एसोसिएशन मुम्बई के मेम्बर हैं।
Share with friendsजिस दर्द को छुपा कर रखा था जो इशारे समझ ना सका कभी जमाना
Submitted on 23 Aug, 2019 at 09:45 AM
बस यही फ़िक्र खा रही है मुझे, आपकी याद आ रही है मुझे। ज़िन्दगी किस क़दर अकेली है,
Submitted on 23 Aug, 2019 at 09:36 AM
इस की मिट्टी में हमारा भी लहू शामिल है, पूरा भारत ही तुम्हारा तो नहीं हो सकता। जाने कितने ही जतन तेरे लिए हम न...
Submitted on 19 Jul, 2019 at 18:39 PM
वहां से कहोगे तो सब को पता चल जाएगा, तुम मुझ से प्यार करते हो,
Submitted on 19 Jul, 2019 at 18:33 PM
कि अब कभी उस से मेरा सामना न हो, मगर मेरी दुआएं क़ुबूल न हुईं, उस से मेरा सामना हो ही गया, मैं लोगों से सुनता था...
Submitted on 11 Jul, 2019 at 17:24 PM
जंगल-जंगल, सेहरा-सेहरा तेरे गीत, नूर का लिक्खा नग़मा-नग़मा तेरे नाम।
Submitted on 11 Jul, 2019 at 17:20 PM
मोहब्बत करना आसान नहीं, उसमें हौसला चाहिए क्योंकि प्यार के रस्ते में कई कठिनाईयां आती हैं। कभी-कभी तो अपने प्यार को ...
Submitted on 11 Jul, 2019 at 17:19 PM
झूठी तसल्लियों से फरेबों से आपके, मैं तंग आ चुका हूँ मुझे मार दीजिए।
Submitted on 11 Jul, 2019 at 17:17 PM
मैं ज़मीनों पे बिखरा-बिखरा हूँ, ऐसा लगता तू आसमाँ पर है।
Submitted on 11 Jul, 2019 at 17:14 PM
मेरी ग़मगीन दुनिया हुई खुशज़दा, उस से मिल कर मुझे वो सुकून है मिला,
Submitted on 11 Jul, 2019 at 17:02 PM
हम लोगों में... नफ़रत फैलाने की तरह तरह की साज़िशें करते हैं, हम में जो कम समझ हैं, वो इन के बहकावे में आ जात...
Submitted on 11 Jul, 2019 at 08:59 AM
जब मैं तुमसे नाराज़ होता था, तो तुम मुझे गले से लगाकर मना लेती थीं। जब मैं तुम्हारे घर से वापस आने को होता ...
Submitted on 11 Jul, 2019 at 08:47 AM
तुझ से कुछ भी नहीं छुपा मौला, ईद पर भी मैं रहता हूं नंगा...।
Submitted on 15 Jul, 2018 at 00:23 AM
वो चेहरा जिस को तुमने मान समझा वो चेहरा जिस को तुमने जान समझा वही चेहरा कि जिस के वास्ते तुम ख़ुद अपने आपकी पहचान भुला बै...
Submitted on 17 Feb, 2018 at 01:27 AM