नाम : भूपसिंह भारती, पिता : स्व0 श्री जय नारायण माता : स्व0 श्रीमती किस्तूरी देवी आदर्श नगर नारनौल
एक में, लाखों में, प्यार भरी आंखों में, सरसों के फूलों में, प्रीत के झूलों में, झूमता एक में, लाखों में, प्यार भरी आंखों में, सरसों के फूलों में, प्रीत के झूलों मे...
अभिनंदन मन से करूं, मन में भरकर प्रीत। मेरे दाता भीम हैं, मिली इन्हीं से जीत। अभिनंदन मन से करूं, मन में भरकर प्रीत। मेरे दाता भीम हैं, मिली इन्हीं से जीत।
बने सांग की लाट, लोक कवि थे निराले। बने सांग की लाट, लोक कवि थे निराले।
कहे भारती गजब, प्रेम की अद्भुत लाली। जीवन में हो प्रेम, जिंदगी बने निराली। कहे भारती गजब, प्रेम की अद्भुत लाली। जीवन में हो प्रेम, जिंदगी बने निराली।
सुनो रे भाई तुम्हें नव वर्ष की खूब बधाई। सुनो रे भाई तुम्हें नव वर्ष की खूब बधाई।
भाईचारा प्यार, बढ़ाती हरदम सेवा। भाईचारा प्यार, बढ़ाती हरदम सेवा।
सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत देश हमारा है।। सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत देश हमारा है।।
जाग्रित होकर खूब, करो मिलकर जन सेवा। जाग्रित होकर खूब, करो मिलकर जन सेवा।
देस धर्म की आन, बचाणे लड़ी लड़ाई। देस धर्म की आन, बचाणे लड़ी लड़ाई।
कर रहा देस नमन, गुरु गोबिंद नै सारा।। कर रहा देस नमन, गुरु गोबिंद नै सारा।।