लेखन एक शौक है और मेरी ताकत भी।लेखन से मुझे एक आत्मविश्वास मिलता है।
मस्त पवन भी हुई है चंचल कभी हो निर्मल, कभी हो शीतल मस्त पवन भी हुई है चंचल कभी हो निर्मल, कभी हो शीतल
मैं बुजुर्ग इन आँखों से जब देखता हूँ युवा भारत, सोच में पड़ जाता हूँ ,क्या यही है जन्मा मैं बुजुर्ग इन आँखों से जब देखता हूँ युवा भारत, सोच में पड़ जाता हूँ ,क्या यही...
अ - अ से अमन, का संदेश देता है भारत अ - अ से अमन, का संदेश देता है भारत
ऐ काश तुम फिर से दिल से सोच पाते। ऐ काश तुम फिर से दिल से सोच पाते।
एक अरसा बीत गया, दम भर कर मुस्कुराये हुए। एक अरसा बीत गया, दम भर कर मुस्कुराये हुए।
जिसने जैसे चाहा वैसे लिखा मुझे मैं हर रंग , हर रस मे ढली हूँ कभी बनी इक सैलाब जिसने जैसे चाहा वैसे लिखा मुझे मैं हर रंग , हर रस मे ढली हूँ कभी बनी इक सै...