Poet | Writer | Rider नमस्कार, मैं पियूष कुमार। Kahaniyan likhta hoon. 📩 : pateriyapiyush08@gmail.com
अरे वह इतने जल्दी काम सीख गया पर स्कूल पढ़ने भेजता है कि नहीं अरे वह इतने जल्दी काम सीख गया पर स्कूल पढ़ने भेजता है कि नहीं
और गुनगुनाते हुए करवट बदलकर अपनी आँखे बँद करते हैं। और सो जाते हैं। और गुनगुनाते हुए करवट बदलकर अपनी आँखे बँद करते हैं। और सो जाते हैं।
आस-पास खड़े लोगों से कहने लगा "वो देखो वहां भूत है वहां भूत है।" आस-पास खड़े लोगों से कहने लगा "वो देखो वहां भूत है वहां भूत है।"
यह किस्सा सेल्फी के दिवाने अभय को सेल्फी बाय से सेल्फी किंग बनाता है। यह किस्सा सेल्फी के दिवाने अभय को सेल्फी बाय से सेल्फी किंग बनाता है।
ये जो समय अभी अभी गुज़रा है सफर का, ये फिर कब वापस आएगा। ये जो समय अभी अभी गुज़रा है सफर का, ये फिर कब वापस आएगा।