Write whenever some situation/ person inspires me.
वो चमक मेरे दीदार से क्यों नहीं समझ नहीं आता। वो चमक मेरे दीदार से क्यों नहीं समझ नहीं आता।
राख खुद ही कर दिया अपने दिल को मैंने जला कर, सोचा था रौशन करूँगा किसी के दिल की महफ़िल। राख खुद ही कर दिया अपने दिल को मैंने जला कर, सोचा था रौशन करूँगा किसी के दिल ...
क्यों भर दिए जज्बात पहले मुझ में फिर तुझ में। क्यों भर दिए जज्बात पहले मुझ में फिर तुझ में।
कश्मकश में हूँ मैं आजकल कश्मकश में हूँ मैं आजकल
दोष तुन्हें न दूंगा बेफिक्र हो जिओ तुम दोष तुन्हें न दूंगा बेफिक्र हो जिओ तुम
चहचहाना तेरी खूबी क्यों शांत बैठती हो। चहचहाना तेरी खूबी क्यों शांत बैठती हो।
बदन से बदन मिलने की तड़प, सुनी तो मैंने थी रूह से रूह मिलने की तड़प से अनजान ही था मैं। बदन से बदन मिलने की तड़प, सुनी तो मैंने थी रूह से रूह मिलने की तड़प से अनजान ही...
मेरा तुम पर गुस्सा भी प्यार है तुम समझ पाती जो मेरे दिल में चलता है। मेरा तुम पर गुस्सा भी प्यार है तुम समझ पाती जो मेरे दिल में चलता है।
तो सौ बार भी इस दुनिया से रुखसत हो जाता। तो सौ बार भी इस दुनिया से रुखसत हो जाता।