कर्म और वचन दोनो से राष्ट्रवादी।
असफलता का भय तो रावण है ही सफलता का मद भी रावण है। असफलता का भय तो रावण है ही सफलता का मद भी रावण है।
कल कल करता हुआ बहता है और हमारी प्यास बुझाता है। कल कल करता हुआ बहता है और हमारी प्यास बुझाता है।
दिन भर जब तू बहायेगा पसीना मेहनत का तब कहीं जा के तुझे सुकून भरी रात मिलेगी। दिन भर जब तू बहायेगा पसीना मेहनत का तब कहीं जा के तुझे सुकून भरी रात मिलेगी।
लगता है 10 तारीख तक इंतजार करना ही पड़ेगा। लगता है 10 तारीख तक इंतजार करना ही पड़ेगा।
वो स्लेट पे लिखना मिटाना याद आ गया तस्वीर देखके गुजरा जमाना याद आ गया। वो स्लेट पे लिखना मिटाना याद आ गया तस्वीर देखके गुजरा जमाना याद आ गया।
प्रांत प्रांत में वेश बदलती मानो रंगों की होली जय जय हिंदुस्तानी बोली। प्रांत प्रांत में वेश बदलती मानो रंगों की होली जय जय हिंदुस्तानी बोली।
बदन टूटता मानो मीलों चले हो हम बदन टूटता मानो मीलों चले हो हम
हे ! मेरे प्राणप्रिय भारत तेरी जगत में जय हो सदा। हे ! मेरे प्राणप्रिय भारत तेरी जगत में जय हो सदा।
धमनियों का रक्त जब तक न रुके चलता रहेगा द्वेष औऱ राग का मोह। धमनियों का रक्त जब तक न रुके चलता रहेगा द्वेष औऱ राग का मोह।
संबंधों का तानाबाना भरम का मायाजाल जांच परख कर मिलना जुलना सीख रहा हूँ। संबंधों का तानाबाना भरम का मायाजाल जांच परख कर मिलना जुलना सीख रहा हूँ।