कविता, ग़ज़ल, शायरी
मुस्तकबिल जब साथ न दे तो, मशवरा मिलता है, मुस्तकबिल जब साथ न दे तो, मशवरा मिलता है,
हरा रंग देश की हरियाली, और देश की मिट्टी से जुड़ने का अहसास कराता है। हरा रंग देश की हरियाली, और देश की मिट्टी से जुड़ने का अहसास कराता है।
भारत ही विश्व गुरु कहलाता है दुनिया को ये राह भी दिखाता है, भारत ही विश्व गुरु कहलाता है दुनिया को ये राह भी दिखाता है,
शिकवा या शिकायत तो कमजोर करते है, हम तो अच्छे को अच्छा, बुरे को किनारे करते है शिकवा या शिकायत तो कमजोर करते है, हम तो अच्छे को अच्छा, बुरे को किनारे करते ह...
आजकल हँसने से डर लगता है, अपने हिस्से मे खुशियाँ कम टिकती हैं। आजकल हँसने से डर लगता है, अपने हिस्से मे खुशियाँ कम टिकती हैं।
गुरु की वाणी वेद है, गुरु ज्ञान आधार है। गुरु की वाणी वेद है, गुरु ज्ञान आधार है।
उम्मीद, जिम्मेदारी, परिवार, और बहुत, ये सब देखना आसान नहीं होता। उम्मीद, जिम्मेदारी, परिवार, और बहुत, ये सब देखना आसान नहीं होता।
खुद से भी जुदा हो जाते हैं अक्सर, वजूद खोकर भी सुकून नही आता है। खुद से भी जुदा हो जाते हैं अक्सर, वजूद खोकर भी सुकून नही आता है।
पर कभी परिंदे की तरह जी कर देखा है! पर कभी परिंदे की तरह जी कर देखा है!