हम खुद को नायक कहते हैं,
ये जीवन खुद एक नायक है,
मत कर व्यर्थ प्रयास ऐ बंदे,
ये रंगमंच खलनयक है।
हर नया सवेरा एक कोरा पन्ना है,
ज़िन्दगी के कलम से कुछ भी लिखा जा सकता है।
*अमित कुमार
सीखना बंद, तो जीतना बंद....
*अमित कुमार
निर्भरता हमेशा कामजोर बनाती है,
निर्भयता हमेशा आगे बढ़ाती है।
*अमित कुमार
ज़िन्दगी में कुछ भी हासिल किया जा सकता है,
लेकिन हासिल सिर्फ दो शर्तों पर ही होगा,
आपकी मेहनत और रब की मेहर....
*Amit Kumar
टूटने के बाद ही अक्सर सम्भलने का हुनर आता है।
*Amit Kumar
कभी अनिश्चितता से कुछ भी निश्चित नहीं हो सकता।
*Amit Kumar
जब तक आप सोचने का काम शुरू नहीं करेंगे,
ताउम्र आप जहाँ हैं वहीं रह जाएंगे।
*Amit Kumar
तूफान में ताशों का घर नहीं बनता!
रोने से बिगड़ा हुआ मुकद्दर नहीं बनता।
*Amit Kumar